जय जगन्नाथ।
कभी कभी विवश होकर कुछ ऐसा भी करना पड़ता है जिसे करना मन तो सही नहीं कहता किंतु विवशतावश हम करते हैं। कुछ ऐसा ही भारत की सरकार करने जा रही है।
भारत के दक्षिण पूर्व सागर में स्थित अंडमान-निकोबार द्वीप समूह मैं भारत अपनी नौसेना और वायुसेना का विस्तार करने जा रहा है। निकोबार द्वीप, जो कि पर्यावरण की दृष्टि से सघन वन से आच्छादित एक सुन्दर प्रकृति का उपहार है, उसे वनविहीन करने की विवशता आन पड़ी है।
चीन भारत को हर प्रकार से सामरिक दृष्टि से घेरने का प्रयास पिछले कुछ दशकों से कर रहा है। इससे विवश होकर भारतीय जनता पार्टी कि सरकार निकोबार द्वीप में एक नौसेना का स्थायी अड्डा बनाने जा रही है।
इसके अतिरिक्त यहाँ पर व्यापारिक विशाल जहाजों के आवागमन के लिए पर्याप्त व्यवस्था भी की जाएगी। पर्यटन के लिए भी विशेष परियोजनाओं का कार्यान्वयन करने का उद्देश्य जान पड़ता है।